i next reporter VARANASI (7 March) :
अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि बढ़ाने की डिमाण्ड को लेकर लखनऊ में धरने पर बैठे वकीलों पर हुए लाठी चार्ज के बाद से बनारस में चल रही वकीलों की स्ट्राइक ने वादकारियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. इससे एक ओर जहां हजारों केसेज पेंडिंग हो रहे हैं वहीं रजिस्ट्री का काम बंद होने से सरकार को रोजाना लाखों का रेवेन्यू लॉस भी हो रहा है. अदालतों में केवल केसेज की अगली डेट देकर फुसलाया जा रहा है |

आठ दिन में 25 हजार पेंडिंग :- स्ट्राइक के कारण पिछले शनिवार से अब तक यहां की 56 अदालतों में काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है. 25 हजार से ज्यादा केसेज पेंडिंग हो गये हैं. आलम ये है कि हर रोज कोर्ट लगती है, वादी भी आते हैं लेकिन पैरवी करने वाले नदारद होते हैं |
50 लाख का रेवेन्यू लॉस :- वकीलों की हड़ताल के कारण रजिस्ट्री ऑफिस का काम भी पिछले तीन दिनों से ठप ही है. ऑफिस के स्टाफ ने बताया कि महज तीन दिनों में स्टाम्प पेपर और रजिस्ट्री फीस के रूप में 50 लाख रुपये से ज्यादा का रेवेन्यू लॉस हो चुका है. वकीलों के विरोध के कारण काम ही नहीं हो रहा है. रजिस्ट्री ऑफिस के साथ ही रामनगर, गंगापुर और पिण्डरा में भी काम रुका हुआ है |
वकीलों की हड़ताल से तो सबसे ज्यादा हमें ही प्रॉब्लम हो रही है. अगर ऐसे ही चलता रहा तो लोगों का कोर्ट कचहरी से विश्वास उठ जायेगा |
मणिकान्त उपाध्याय, गोइठहां
हम तो न्याय की आस में रोज ही यहां का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन न जाने कब तक हड़ताल खत्म होगी और केस आगे बढ़ेगा |
बृजमोहन पाण्डेय, पाण्डेपुर
डेट लेने के लिए दूर से आना पड़ा है. स्ट्राइक के कारण मामला रुका पड़ा है. हम तो परेशान हो गये हैं यहां का चक्कर लगा-लगा कर |
अमन तिवारी, अजगरा
डेट पर आइये तो पता चलता है कि स्ट्राइक है. अजी, अगर ऐसे ही होता रहा तो केस का रिजल्ट आते-आते पूरी उम्र निकल जायेगी |
रजनीश रघुवंशी, डाफी
वकीलों की स्ट्राइक से पब्लिक का जीना मुहाल जरूर हो जाता है. लेकिन हम कर भी क्या सकते हैं अगली डेट लेकर ही संतोष कर रहे हैं |
हबीबुर्रहमान, छित्तनपुरा
आखिर पब्लिक की परेशानी क्यों नहीं नजर आती किसी को. जो भी मामला है और जो निर्णय लेना है जल्दी ले लेते तो हमारा भला हो जाता |
प्रमोद शुक्ल, जगरदेवपुर
No comments:
Post a Comment